drharimohan

ज्योतिष में शनि का प्रभाव: स्थाई उपस्थिति और जीवन पर असर

शनि का प्रभाव किसी भी घर में व्यक्ति के जीवन में दीर्घकालिक रूप से प्रतिबिंबित होता है। यह व्यक्ति को अनुशासन, धैर्य, और न्यायप्रिय बनाता है, परंतु कष्ट और विलंब भी लाता है।

Read More

विभिन्न भावों में राहु का प्रभाव: भविष्य की दृष्टि

ज्योतिष में राहु, जिसे चंद्रमा के उत्तरी नोड के रूप में भी जाना जाता है, एक छाया ग्रह है जो व्यक्ति की महत्वाकांक्षाओं, इच्छाओं और भविष्य के दृष्टिकोण को प्रभावित करता है। यह अदृश्य लेकिन शक्तिशाली ग्रह व्यक्ति को अनदेखे और अधूरी इच्छाओं की ओर आकर्षित करता है।

Read More

शुक्र महादशा का प्रभाव और महत्व

शुक्र महादशा भौतिक सुख, प्रेम और कलात्मक रुचि को बढ़ाती है, जो व्यक्ति को ऐश्वर्य और सुंदरता की ओर आकर्षित करती है। शुभ गोचर में यह लाभकारी होती है, जबकि नीच स्थिति में रिश्तों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न कर सकती है।

Read More

सास के साथ रिश्तों में सुधार

यह लेख सास से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए विभिन्न ज्योतिषीय मंत्रों और उपायों का वर्णन करता है। इसमें सास के व्यवहार को सुधारने, वशीकरण मंत्रों से सास को नियंत्रित करने और पति का प्यार वापस पाने के उपाय बताए गए हैं। पति का ध्यान आकर्षित करने और वैवाहिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए भी सुझाव दिए गए हैं।

Read More

ज्योतिष के माध्यम से अपनी किस्मत का ताला खोलें

ज्योतिषीय और प्रतीकात्मक विधियों के माध्यम से आप अपने जीवन में किस्मत और समृद्धि को आकर्षित कर सकते हैं। इन अनुष्ठानों को सही समय और ग्रहों की ऊर्जा के साथ मिलाकर करने से आपको सफलता और सौभाग्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

Read More

Astrological Remedies for Male Vitality and Childbirth: Overcoming Obstacles to Parenthood

This article explores astrological remedies for improving male vitality and overcoming obstacles to childbirth. It covers remedies from the Lal Kitab, chanting the Venus Beej Mantra, and wearing the Firoza gemstone. It also discusses the importance of ancestors’ blessings and various rituals such as serving a red cow or uprooting the Madar tree to increase the chances of conception.

Read More

ज्योतिष एवं यंत्र: महत्व और उपयोग

ज्योतिषीय यंत्र पांच तत्वों पर आधारित होते हैं, जो ब्रह्मांडीय शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन यंत्रों का सही प्रकार से अभिमंत्रण और पूजा करने से साधक को उन शक्तियों की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन के कष्टों से मुक्ति और मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।

Read More

संतान प्राप्ति में बाधा: ग्रहों का प्रभाव और उपाय

संतान प्राप्ति में देरी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें ज्योतिषीय कारक प्रमुख हैं। कुंडली में शनि, बृहस्पति और पंचम भाव का प्रभाव संतान सुख में बाधा डाल सकता है। राशि अनुसार विभिन्न उपायों को अपनाकर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।

Read More