मारकेश क्या होता है?
ज्योतिष शास्त्र में “मारकेश” वह ग्रह या ग्रहों की दशा होती है, जो व्यक्ति के जीवन में गंभीर संकट, दुर्घटनाएँ, बीमारियाँ या मृत्यु के संकेत देते हैं। ज्योतिष के अनुसार, दूसरे और सातवें भाव के स्वामी ग्रह को मारकेश माना जाता है। यदि इन भावों में कोई अशुभ या नीच ग्रह स्थित हो, तो वह व्यक्ति के जीवन में बाधाएँ ला सकता है।
हालांकि, सिर्फ मारकेश ग्रह की उपस्थिति से मृत्यु नहीं होती, बल्कि पूरी कुंडली के आधार पर ही मृत्यु का निर्धारण किया जाता है। यदि व्यक्ति की आयु लंबी है, तो यह ग्रह केवल जीवन में कठिनाइयाँ और कष्ट ला सकता है, न कि मृत्यु।
मारकेश के निवारण के उपाय
1. महामृत्युंजय मंत्र का जाप
महामृत्युंजय मंत्र मारकेश ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए सबसे प्रभावी उपाय माना जाता है। रोज़ाना 108 बार इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक शांति मिलती है।
मंत्र:
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”
2. नवग्रह शांति पूजा और हवन
यदि मारकेश ग्रह बहुत अधिक अशुभ प्रभाव डाल रहा हो, तो नवग्रह शांति पूजा और हवन करवाना शुभ होता है। किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह से यह अनुष्ठान किया जा सकता है।
3. दान-पुण्य करना
मारकेश ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए संबंधित ग्रह से जुड़ी वस्तुओं का दान करना लाभकारी होता है।
- शनि मारकेश हो तो – काले तिल, सरसों का तेल, लोहे की वस्तुएँ, काले कपड़े दान करें।
- मंगल मारकेश हो तो – लाल मसूर, गुड़, तांबे की वस्तुएँ दान करें।
- राहु-केतु अशुभ हों तो – नीले कपड़े, नारियल, सरसों का तेल दान करें।
4. आयु रक्षा यंत्र धारण करना
कुछ ज्योतिषी आयु रक्षा यंत्र पहनने की सलाह देते हैं। यह यंत्र मारकेश के दुष्प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकता है। इसे ज्योतिषीय नियमों के अनुसार अभिमंत्रित करके धारण करना चाहिए।
5. सकारात्मक जीवनशैली और ध्यान
- प्रतिदिन योग और ध्यान करने से मानसिक शांति मिलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- नियमित रूप से सात्विक भोजन और जीवनशैली अपनाने से भी ग्रहों का शुभ प्रभाव बढ़ता है।
- हर शनिवार और मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी नकारात्मक प्रभाव कम हो सकता है।