
सुंदरकांड के 25वें दोहे में छिपा दिव्य रहस्य: 49 मरुतों का रहस्य
जब हनुमानजी ने लंका को अग्नि के हवाले किया, उस समय 49 मरुतों (पवनों) ने एक साथ चलना शुरू कर दिया। वे हँसते हुए आकाश की ओर उठे और गर्जना कर विशाल रूप धारण कर लिया।
यह केवल एक काव्यात्मक कल्पना नहीं है, बल्कि वेदों और शास्त्रों पर आधारित गूढ़ वैदिक ज्ञान है।